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सफल लेखक / काका हाथरसी

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दस ग्रंथो से टीपकर पुस्तक की तैय्यार ।

उस पुस्तक पर मिल गया पुरस्कार सरकार ॥

पुरस्कार सरकार लेखनी सरपट रपटे ।

सूझ-बूझ मौलिकता, भय से पास न फटके ॥

जोड़-तोड़ में कुशल पहुँच है ऊँची जिसकी ।

धन्य होय साहित्य बोलती तूती उसकी ॥