गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 28 फ़रवरी 2008, at 10:19
मशाल का बेटा धुआँ / केदारनाथ अग्रवाल
अनिल जनविजय
(
चर्चा
|
योगदान
)
द्वारा परिवर्तित 10:19, 28 फ़रवरी 2008 का अवतरण
(
अंतर
)
← पुराना अवतरण
|
वर्तमान अवतरण
(
अंतर
) |
नया अवतरण →
(
अंतर
)
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
केदारनाथ अग्रवाल
»
फूल नहीं रंग बोलते हैं-2
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
मशाल का बेटा धुआँ,
गर्व से गगन में गया,
शून्य में खोया
कोई नहीं रोया ।
मशाल की बेटी आग
यहीं धरती पर रही,
चूल्हे में आई
नसों में समाई ।