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अभाव / अब्बास कियारोस्तमी
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जब मेरी
जेब में
कुछ नहीं होता
मेरे साथ कविता होती है
जब मेरे
फ़्रिज में
कुछ नहीं होता
मेरे पास कविता होती है
जन मेरे
दिल में
कुछ नहीं होता
मैं भी हो जाता हूँ कंगाल
मेरे पास कुछ नहीं होता।
रूसी से अनुवाद : अनिल जनविजय