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ये तो नहीं कि ग़म नहीं / फ़िराक़ गोरखपुरी
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ये तो नहीं कि गम नहीं
हां मेरी आंख नम नहीं
तुम भी तो तुम नहीं हो आज
हम भी तो आज हम नहीं
अब ना खुशी कि है खुशी
गम का भी अब तो गम नहीं
मौत अगरचे मौत है
मौत से ज़ीस्त कम नहीं