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पद चिह्न / विजय गौड़
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नजमा नाई
तू बाल काट दे भाई
हुई नहीं है भूल,
पानी था ही नहीं नहाने को
चिपचिपाहट मिटाने को
उड़ेल ही लेता वरना
एक न एक लोटा तो
तेरी कैंची से मेरा कोई बैर तो नहीं
.....................
आप बैठे रहें
हिले-डुले नहीं
उलझे हुए बालों में उतरने का
लम्बा अभ्यास है
कैंची और कंघे को,