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हाइकु 18 / लक्ष्मीनारायण रंगा
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ओ जीवण है
काच रै चिलकै ज्यूं
हुवै‘र मिटै
हर बाजी में
हारया ई हारया आपां
वोट राज में
जिका मरै है
लोक बचावण नैं
लोक देवता