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फूल / राजकिशोर सिंह
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डॉक्टर के पास
पफूलों को देऽ
पूछा एक रोगी ने
यहाँ न कोई है मंदिर
न कोई है मूरत
पिफर भी
पफूलों की क्या जरूरत
डॉक्टर रहा चुप
मानो हो गया मूक
तनिक देर बाद में
ध्ीमी सी आवाज में
बोला, उसका सहयोगी
सपफल इलाज
हो जाने के बाद
डॉक्टर को आप
इन्हीं पफूलों की माला पहनाएंगें
इलाज असपफल
हो जाने के बाद
आप पर
आपके परिजन
इसी पफूल को चढ़ाएंगें।