भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

बच्चे के जन्म पर / केदारनाथ अग्रवाल

Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 02:45, 20 जून 2007 का अवतरण (New page: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=केदारनाथ अग्रवाल }} हाथी-सा बलवान, जहाजी हाथों वाला और ...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज


हाथी-सा बलवान, जहाजी हाथों वाला और हुआ

सूरज-सा इंसान, तरेरी आँखों वाला और हुआ

एक हथौड़े वाला घर में और हुआ


माता रही विचार अंधेरा हरने वाला और हुआ

दादा रहे निहार सवेरा करने वाला और हुआ

एक हथौड़े वाला घर में और हुआ


जनता रही पुकार सलामत लाने वाला और हुआ

सुन ले री सरकार! कयामत ढाने वाला और हुआ

एक हथौड़े वाला घर में और हुआ