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लछमा / राजा खुगशाल
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गाँव के मेले में
मैंने उसे
कुछ नहीं दिया ।
जानता हूँ कि
जानती है वह
बाल-बच्चों के
बहू-बेटियों के
भूखे और नंगे संसार में
दूर-दूर तक स्वर्ग नहीं है ।