भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
शीर्षकहीन-1 / गिरधर राठी
Kavita Kosh से
Pratishtha (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 06:50, 17 जून 2009 का अवतरण
दूर कहीं दूर बहुत दूर है गाँव-- वहाँ
सिर्फ़ यह पता है
गाँव है दूर
दूरी यह
तय करती
मेरी गति