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अधूरी पैरोड़ी / मुकेश मानस
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नेताओं ने पकड़ लिए हैं कान
और अफसरों ने कालर
सावधान आता है डालर
आंखें कोई खुली न रक्खे
बंद ही रखे कान
मेहमानों के भेस में प्यारे
आता है शैतान
भागो, दौड़ो कैम्पा लाओ
औ’ झलने को झालर
सावधन आता है डालर
रचनाकाल:1992