Last modified on 6 जून 2010, at 16:04

बहुत जल्दी-जल्दी / मुकेश मानस



आ रहे हैं लोग
बहुत जल्दी-जल्दी
जा रहे हैं लोग
बहुत जल्दी-जल्दी

जी रहे हैं लोग
बहुत जल्दी-जल्दी
मर रहे हैं लोग
बहुत जल्दी-जल्दी

रचनाकाल:1994