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मशवरा / परवीन शाकिर
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नन्ही लड़की
साहिल के इतने नज़दीक
रेत से अपने घर न बना
कोई सरकश मौज इधर आई तो
तेरे घर की बुनियादें तक बह जाएँगी
और फिर उनकी याद में तू
सारी उम्र उदास रहेगी