भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

मेरी कथा / लीलाधर जगूड़ी

Kavita Kosh से
Pratishtha (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 07:06, 16 जून 2008 का अवतरण (New page: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= लीलाधर जगूड़ी }} मेरी कथा फावड़ा घिस जाने की कारखाना ...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मेरी कथा

फावड़ा घिस जाने की

कारखाना उजड़ जाने की

सड़क टूट जाने की कथा है


मेरी कथा

पत्थर के रेत हो जाने की

पेड़ के

लकड़ी हो जाने की

कोयले के

आग हो जाने की कथा है


मेरी कथा

जाने हो जाने की कथा है ।