भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

इंतज़ार की जगह / लीलाधर जगूड़ी

Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:01, 9 जुलाई 2010 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKRachna |रचनाकार=लीलाधर जगूड़ी |संग्रह =चुनी हुई कविताएँ / लीलाधर जगूड…)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

आज के संगीत की सीढ़ियाँ
आकाश में
कल के पत्तों से ढक दी हैं
इनसे होकर उतरना

मैं यहाँ हूँ
सैकड़ों वर्ष पुराने संगीत की चट्टान पर

ताज़ा खोदी हुई मिट्टी की गंध से भरी
आसपास मेरी वर्तमान पृथ्वी है
कोख का सारा कोयला दहकाए हुए ।