भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
सृजन की कोशिश / मनोज श्रीवास्तव
Kavita Kosh से
Dr. Manoj Srivastav (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 16:40, 28 जून 2010 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= मनोज श्रीवास्तव |संग्रह= }} {{KKCatKavita}} <poem> '''सृजन की को…)
सृजन की कोशिश
यह विचारों की द्रुतगामी नदी है
भावों की लहरें उफ़न रही है
और मैं कविता की नाव का
लंगर किनारे डालकर
शब्दों के पतवार से
आन्दोलनकारी विचारों
और झंझावाती भावों से
लड रहा हूं
यह सब कोशिश
एक सार्थक सृजन की
तलाश के लिए है ,
आखिर, यह थकता पतवार
नदी की लहरों से
कब सामंजस्य बैठा पाएगा?