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ओपरो / कन्हैया लाल सेठिया
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देख रया हो
जाको भलो चेरो थे
ओ कोनी म्हारो,
जे चल्यो जाऊं
ईं चेरे स्यूं घरां
समझसी
कोई ओपरो है
म्हारी लुगाई'र पाड़ोसी !