शाश्वतता / सामुइल मरशाक
नही कोई संबंध मानती है
शाश्वतता
जनम-मरण के दुख को
इसने तनिक न जाना
किन्तु काल की देवी
जो अनुजा है इसकी
बिल्कुल इससे मेल न खाती
बेटे-बेटी हैं उसके अनगिनती
सदियाँ नव जीवन लाती हैं
और गुज़र जाती हैं
हर घंटा हर दिवस वर्ष
अनजान सिद्धियों को लाता है
जब तक किंचित समय शेष है
तब तक उसको कसकर पकड़ें
ताकि काम हमारे आए
इससे पहले जो वह सदैव को
दृष्टि हमारी से उड़ जाए
इसलिए काल को भरो
मधुर गीतों से
श्रम से
नृत्यों से
अन्तरिक्ष सागर पर तीव्र उड़ानों से
कितनी ही अल्प अवधि हो
या सुदीर्घ हो
वह साथ हमारे सृष्टि में
कुछ सृजन करे
ऊँची उड़ान अदृश्य शून्य में
उड़ते हुए क्षणों की
जन्मा करती
गरिमामय गीतों को
महिमामय कर्मों को
औ' शाश्वतता
जो सन्तति नहीं जन्मती है
अनुजा के बच्चों को गले लगाती है
अँग्रेज़ी से अनुवाद : रमेश कौशिक