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सिंटोला / महेश चंद्र पुनेठा
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बहुत सुरीला गाती है कोयल
बहुत सुंदर दिखती है मोनाल
पर मुझे तो
बहुत पसंद है-सिंटोला
हाँ, इसी नाम से जानते हैं
मेरे जनपद के लोग
भूरे बदन / काले सिर
पीले चोंच वाली
उस चिड़िया को
दिख जाती है जो
कभी घर-आँगन में दाना चुगते
कभी सीम में कीड़े मकोड़े खाते
कभी गाय-भैंसों से किन्ने टीपते
हर शाम भर जाता है
खिन्ने का पेड़ उनसे
मेरे गाँव के पश्चिम दिशा का
गधेरा बोलने लगता है
उनकी आवाज़ में
बहुत भाता है मुझे
चहचहाना उनका एक साथ
बिल्ली को आते देख दबे पाँव
सचेत करना आसन्न ख़तरे से
अपने पूरे वर्ग को
इकट्ठा कर लेना
अपने सभी साथियों को
झपटने का प्रयास करना
बिल्ली पर
न सही अधिक
खिसियाने को तो
कर ही देते विवश वे
अपने प्रयास में
असफल बिल्ली को ।