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नयी ग़ज़लें / गुलाब खंडेलवाल
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- अब कहाँ चाँद-सितारे हैं नज़र के आगे! / गुलाब खंडेलवाल
- साथ हरदम भी बेनकाब नहीं / गुलाब खंडेलवाल
- यों तो खुशी के दौर भी होते है कम नहीं / गुलाब खंडेलवाल
- तेरी अदाओं का हुस्न तो हम छिपाके ग़ज़लों में रख रहे हैं / गुलाब खंडेलवाल
- फिर इस दिल के मचलने की कहानी याद आती है / गुलाब खंडेलवाल
- उम्र भर खाक़ ही छाना किये वीराने की / गुलाब खंडेलवाल
- अदाओं की तेरी जादूगरी जानी नहीं जाती / गुलाब खंडेलवाल
- कभी धड़कनों में है दिल की तू, कभी इस जहान से दूर है / गुलाब खंडेलवाल
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