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दंभ / सुदर्शन प्रियदर्शिनी
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चटपट
खतम हो जाता है
सौहार्द
आत्मीयता
और अपनापन
जब निकल
आता है
दांत निपोरे
असली स्वार्थ
स्वेच्छा और
दंभ