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दीपक राग / नंदकिशोर आचार्य
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पलाश
खिल आए लालमलाल
गा रहा जंगल
दीपक राग
तन्मय
कोई जानेगा
सुलगता है जो
मेरे अँधेरे के हरे में
कहीं गहरे ?
—
9 अप्रैल, 2009