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दुपहरी-1 / नंदकिशोर आचार्य
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सोया हुआ है आकाश
श्यामल एक लय में
घने झुरमुट की
चोर पैरों से आ कर
धूप तिरछी
चुभाती तिनका
कुनमुनाता आकाश
धूप को बाहों में ले
फिर सो जाता है ।
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27 अगस्त 2009