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रह़गुजर / अकील नोमानी
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- महाजे़-जंग पर अक्सर बहुत कुछ खोना पड़ता है / अकील नोमानी
- हर शाम सँवरने का मज़ा अपनी जगह है / अकील नोमानी
- जो कहता था हमारा सरफिरा दिल, हम भी कहते थे / अकील नोमानी
- एहसास में शिद्दत है वही, कम नहीं होती / अकील नोमानी
- / अकील नोमानी
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