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बर्फ़ हवाएँ / सरस्वती माथुर
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1.
सर्द-सी धूप
पहाड़ों पे उतरी
धरा पे रुकी
फूलों को सहला के
पाखी-सी उड़ गई
2.
सर्द-सा सूर्य
धरती पे उतरा
सुर मिला के
चिड़िया संग डोला
सागर जा उतरा
3.
बर्फ़ हवाएँ
सर्द धरती पर
धूप रस पी
तितली बन घूमें
नर्म फूलों को चूमें