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लुगायां / निशान्त
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इत्ती भाजो-भाज में
याद राखल्यै बै
गीत
जमानै रो इत्तो विस
पी’र ई
बै उबार ल्यै
कंठा में
इत्तो मिठास
सीधी-सादी लुगायां ।