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उणयासी / प्रमोद कुमार शर्मा
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संख्या गिणै राजा
-परजा री!
भाखा रा बीज खंगाळै
गोथळी रिपियां री उछाळै
मुळकै लोक रो चेतो
व्यवस्थावां करै
-करजां री!
फगत बो ई जाणै
भाखा दवाई है
-सै मरजां री!
इण वास्तै सै सूं पैलां
भाखा नैं ई मारै
हरकत करै
-दूजै दरजां री!