भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

साँचा:KKPoemOfTheWeek

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
छोटा सा बलमा मोरे
Kk-poem-border-1.png

छोटा सा बलमा मोरे आँगना में गिल्ली खेले I

पनिया भरन जाऊँ वो कहे मोहे गोदी ले ले I छोटा सा बलमा मोरे आँगना में गिल्ली खेले II

गोदी उठाऊँ तो वो यूँ कहे मोहे ले चल मेले I छोटा सा बलमा मोरे आँगना में गिल्ली खेले ।।

मेले ले जाऊँ तो जुल्मी कहे कहीं चल अकेले I छोटा सा बलमा मोरे आँगना में गिल्ली खेले ।।

कैसे बताऊँ मेरी जान को हैं सौ झमेले I छोटा सा बलमा मोरे आँगना में गिल्ली खेले ।।