भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

मशीन / ॠतुप्रिया

Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 18:49, 8 जून 2017 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=ॠतुप्रिया |अनुवादक= |संग्रह=थार-स...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

चौका-पौचा
रोटी-पाणी/अर
गाभा धोवण री
जींवती-जागती
मशीन हुवै लुगायां

कित्तो करै काम

ठाह नीं
कद जागै
कद सोवै
पण
घर में
सगळां रा
नूवां-नूवां ताना ढोवै।