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घात / मधु आचार्य 'आशावादी'

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ओ राज है
कद सुणै किणी री बात
इणरै मन मांय
हर घड़ी चालै
घात ई घात
जणै इज तो बो
मुफलिस नै
दिखा सकै करामात
घात अर करामात
जाणै
अेक इज सबद
अेक इज सरथ
अर राज रा खास ।