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निष्ठुरी मायालु / क्षेत्रप्रताप अधिकारी

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गोठालो जाँदा लाएको माया खेतालो जाँदा भुलेछ
पोखरा जाँदा गाएको माया काठमाण्डौं जाँदा भुलेछ
निष्ठुरी मायालु….

बाटो त टाढा थिएन तर मन धेरै टाढा भएछ
रोदीको डालो छोडेर मौरी नौडाँडा काटी गएछ
निष्ठुरी मायालु…..

पुरानो माया फाटेर हो कि बिरानो नयाँ रोजेको
माया त बुढो हुँदैन हजुर बिर्सन हो कि खोजेको
निष्ठुरी मायालु….