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आँसू बाँचू / कविता भट्ट
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1
जीवन पथ
विगत दुःख घट
आशा तुमसे।
2
नैन विकल
लिखें पाँती आँसू से
कभी तो बाँच।
3
पीत-पुष्प सा
सुमुख मुरझाया
अब तो आओ ।
4
शीत शरद
तुम बिन बैरी हो
कटु मुस्काए।
5
मीत मन के
कभी तो आते तुम
स्वप्न बनके ।
6
सलवटों -सी
मन-चादर पर
विरह व्यथा ।
7
नित प्रयास
आँसू बाँचू तुम्हारे
दे दूँ मैं हास ।
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