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वैशाखकी कोपिला / बद्रीप्रसाद बढू
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पाक्यो काफल रे भनी वन वनै सन्देश फैलाउँदै
पंक्षी बोल्छ बिहान सुन्दर नयाँ वैशाख बोलाउँदै !
आशाको शुभकामना दिन भनी वैशाखकी पालुवा
आइन् साथ लिई उषा किरणकी वैशाखकी कोपिला।।