लेबोगैंग मशीले / परिचय
देश से निर्वासित दक्षिण अफ्रीकी माता पिता की सन्तान लेबोगैंग मशीले का जन्म 2 जुलाई 1979 को हुआ था। वे दक्षिण अफ्रीका की जानी मानी कवयित्री, लेखिका और अभिनेत्री हैं। वे रंगभेद के खात्मे के पश्चात 1990 के दशक के मध्य में दक्षिण अफ्रीका वापस लौटीं थी।
उन्होंने कानून और अंतरराष्ट्रीय संबंधों की शिक्षा प्राप्त की किन्तु कलाओं के प्रति अधिक आकर्षित थी और उन्होंने मेशा जेनकिन्स, नत्सीकी मज़वी तथा नापो मशीने के साथ 'Feela Sistah' नामक कवियों के समूह की स्थापना की।
लेबो ने 2004 की फ़िल्म 'होटल रवांडा' में काम किया और विभिन्न नाटकों में भी भूमिका निभाई। उन्होंने अपनी कविताओं के पाठ का 'लेबो मशीले लाइव' के नाम से एक एलबम भी रेकार्ड किया।
उन्होंने कुछ टीवी कार्यक्रमों में भी कम किया है।2005 में लेबो का पहला कविता संग्रह 'In a ribbon of rhythm' प्रकाशित हुआ जिसके लिए उन्हें 2006 में 'नोमा पुरस्कार' प्राप्त हुआ।
कास्मोपोलिटन पत्रिका ने उन्हें 2005 में 'South Africa's Awesome Womens' तथा मेल ने 2006 में तथा गार्डियन ने 2007 में दक्षिण अफ्रीका के श्रेष्ठ 100 युवाओं में चुना।
उनकी कविताओं में अपने देश और समाज के उत्थान की चिंता और स्वप्न अत्यंत स्पष्ट हैं।