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जयशंकर पाठक 'प्रदग्ध'
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जयशंकर पाठक 'प्रदग्ध'
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जन्म | 19 जून 1992 |
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जन्म स्थान | चतरा, झारखंड |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
मेरा मन | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
जयशंकर पाठक 'प्रदग्ध' / परिचय |
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- अब न चेते हम अगर तो / जयशंकर पाठक ‘प्रदग्ध’
- शुद्ध पानी ढूँढते हैं / जयशंकर पाठक ‘प्रदग्ध’
- ज़िंदगी की नाव / जयशंकर पाठक ‘प्रदग्ध’
- एक योगी हो गया हूँ / जयशंकर पाठक ‘प्रदग्ध’
- परिवर्तन में पलना होगा / जयशंकर पाठक ‘प्रदग्ध’
- चुप रहना भी एक कला है / जयशंकर पाठक ‘प्रदग्ध’
- पाने से खोना अच्छा है / जयशंकर पाठक ‘प्रदग्ध’
- हिंदसागर हुए जा रहे नेत्रजल / जयशंकर पाठक ‘प्रदग्ध’
- प्रणय-अभियान कह लो / जयशंकर पाठक ‘प्रदग्ध’
- माँ के प्रति / जयशंकर पाठक ‘प्रदग्ध’
- कौन हो तुम / जयशंकर पाठक ‘प्रदग्ध’
- मैं जहाँ तक जानता हूँ / जयशंकर पाठक ‘प्रदग्ध’
- नेह की जलती चिता से / जयशंकर पाठक ‘प्रदग्ध’
- ज्ञानी कौआ / जयशंकर पाठक ‘प्रदग्ध’
- प्रेम का प्रस्ताव केवल / जयशंकर पाठक ‘प्रदग्ध’
- रंग प्रणय का छूट गया तो / जयशंकर पाठक ‘प्रदग्ध’
- नेत्र से मोती झरेंगे / जयशंकर पाठक ‘प्रदग्ध’
- रीतते हैं नेह-मनके / जयशंकर पाठक ‘प्रदग्ध’
- मुक्त होना चाहता हूँ / जयशंकर पाठक ‘प्रदग्ध’
- उसके ही पग धोते-धोते / जयशंकर पाठक ‘प्रदग्ध’