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अलफ़ैद ड्यो म्युसे
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अलफ़ैद ड्यो म्युसे
जन्म | 11 दिसम्बर 1810 |
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निधन | 02 मई 1857 |
उपनाम | Alfred de Musset |
जन्म स्थान | पेरिस, फ़्रांस |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
सदी के एक बच्चे की ग्लानि (आत्मकथात्मक उपन्यास), | |
विविध | |
फ़्रांसीसी कवि, नाटककार और उपन्यासकार। कुलीन वर्ग के होते हुए भी ग़रीबी में जीवन बीता। रूसी लेखक च्येख़फ़ की तरह बचपन से ही नाटकों में रुचि। फ़्रांस के पहले भाववादी कवि और लेखक माने जाते हैं। फ़्रांसीसी भाषा में स्पेन और इटली की लोककथाएँ लिखीं। फ़्रांसीसी गृह-मन्त्रालय के पुस्तकालय में लाइब्रेरियन थे। विचारों से जर्मन-विरोधी और उदारवादी थे। इनके आत्मकथात्मक उपन्यास ’सदी के एक बच्चे की ग्लानि’ पर 1999 और 2012 में दो अलग-अलग फ़िल्में बन चुकी हैं। इन्हें ’गैमियानी’, दो अतिरिक्त रातें और समलैंगिक कामुक उपन्यासों का कथाकार भी माना जाता है। अपने दौर में अलफ़ैद ड्यो म्युसे पेरिस के वेश्यालयों की एक प्रसिद्ध हस्ती थे और अक्सर उन वेश्यालयों में देखे जाते थे। | |
जीवन परिचय | |
अलफ़ैद ड्यो म्युसे / परिचय |