भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
तस्वीर / विमल कुमार
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 04:06, 25 मई 2009 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=विमल कुमार |संग्रह=यह मुखौटा किसका है / विमल कुम...)
किसी आदमी के मर जाने के बाद
उसकी कोई तस्वीर
उसके सिरहाने रख दो
रख दो कि
लोग देख सकें
कि इस संसार में
सब लोगों के बीच
किस तरह दिखता था