भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
अदहन / कविता वाचक्नवी
Kavita Kosh से
चंद्र मौलेश्वर (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:03, 18 जून 2009 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=कविता वाचक्नवी }} <poem> '''अदहन''' मन अदहन-सा खौले जब, त...)
अदहन
मन अदहन-सा खौले
जब,
तब
आँच हटाओ
वरना
ढक्कन फूटेंगे।