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पंजाबी लोकगीत

चन्ना वे तेरी मेरी चानड़ी

चन्ना वे तेरी मेरी चानड़ी, तारया वे तेरी मेरी लो, नी ओ ओ तारया वे तेरी मेरी लो, चन्न पकावे रोटियां, तारा करे रसो, नी ओ ओ तारा करे रसो, चन्न दियां पक्कियां खा लईयां, तारे दियां रह गईयाँ दो, नी ओ ओ तारे दियां रह गईयाँ दो,

सस ने मैनू आख्या, घ्यो विच आटा गो, नी ओ ओ घ्यो विच आटा गो, घ्यो विच आटा थोडा पया, सस्स मैनू गलियां देवे, नी ओ ओ सस्स मैनू गलियां देवे, न दे सस्से गलियां, एथे मेरी कौन सुणे ,नी ओ ओ एथे मेरी कौन सुणे,

बागे विच मेरा बापू खड़ा, रो रो नीर भरे, नी ओ ओ रो रो नीर भरे, न रो बापू मेरेया, इत्थे मेरा कौन सुणे, नी ओ ओ इत्थे मेरा कौन सुणे,

बागे विच मेरा वडा भराह, रो रो नीर भरे, नी ओ ओ. रो रो नीर भरे. न रो वीरा आपने. इत्थे मेरा कौन सुणे.

नी ओ ओ इत्थे मेरा कौन सुणे.

न रो माये मेरिये. इत्थे मेरा कौन सुणे.

नी ओ ओ इत्थे मेरा कौन सुणे. 

चन्न दियां पक्कियां खा लईयां, तारे दियां रह गईयाँ दो. नी ओ ओ तारे दियां रह गईयाँ दो.

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