भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
मधुरिमा सिंह
Kavita Kosh से
मधुरिमा सिंह
जन्म | 09 मई 1958 |
---|---|
जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
खंडित पूजा (आध्यात्मिक कविताएँ), कई बरस के बाद (ग़ज़ल), आकाश होती हुई नदी, आग के फूल (प्रेम कविताएँ), हम हैं आज़ाद भारत के ग़ुलाम, सूरज के लुटेरे, बाँसुरी में फुल आ गए (गीत), हाँ, मैं औरत हूँ । | |
विविध | |
तीस से अधिक पुरस्कार और सम्मान । नजीर बनारसी पुरस्कार (2005), परवीन शाकिर पुरस्कार। | |
जीवन परिचय | |
मधुरिमा सिंह / परिचय |
कविता संग्रह
प्रतिनिधि रचनाएँ <sort order="asc" class="ul">
- मेरी ग़जल भी रही इस तरह ज़माने में / मधुरिमा सिंह
- रात हमारी आँखों से फिर बही कहानी अम्मा की / मधुरिमा सिंह
</sort>