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अकासियो अखबार / लक्ष्मीनारायण रंगा
Kavita Kosh से
दूधिया
अकास माथै
उड़तै पंछीड़ा री
लाम्बी ओछी
टेढ़ी-मेढ़ी
कतारां
जाणै
अखबार मांय
छपियोड़ी
नुई कविता।