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अभी-अभी / अरविन्द श्रीवास्तव

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अभी-अभी गाज़ा पर हुई है बमबारी
अभी-अभी कंधार पर ड्रोन हमला
खून से लथपथ है यह धरा और
अभी-अभी एनिमिया से पीडि़त माँ ने
तोड़ा है दम अस्पताल में!
 
एक युवक सोंच रहा है अभी-अभी
धरती और धरती के बाशिन्दों के लिए
यह समय बेहद खराब है
 
अभी-अभी सामने वाली छत से
एक स्त्री छलांग लगा कर
कूदना चाहती है
 
पड़ोस में बिलखता हुआ एक बूढ़ा
अभी-अभी भगवान से
खुद को उठा लेने की प्रार्थना कर रहा है
 
अभी-अभी एक लड़की अगवा हुई है
एक लड़का
अभी-अभी ट्रक से
कुचला गया है
 
अभी-अभी एक चिडि़या
खदेड़ी गई है वेंटिलेशन से
एक कुत्ता घर बदर हुआ
गैराज से
बुदबुदा रही है संवेदनाएँ
'नहीं रह गयी यह दुनिया
अब रहने के काबिल'
 
ठीक ऐसे ही समय में
एक बच्चा अभी-अभी
गर्भाशय के तमाम बंधनों को तोड़ते हुए
पुरजोर ताकत से
आना चाहता है
पृथ्वी पर!