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आंरै लारै / सांवर दइया
Kavita Kosh से
सिंझ्या पड़तां ई
उपाळै सूं आगै साइकिल वाळो
साइकिल वाळै सूं आगै स्कूटर वाळो
स्कूटर वाळै सूं आगै कार वाळो
आगे निकळण खातर
आंख्यां मींच र जोर लगावै
अर आरै लारै
दौड़ियो आवै अंधारो
दड़बड़- दड़बड़
झींटा खिंडायां आगै ऊभी
आज री रात अणूती ई विकराळ है !