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आपका समय / नवनीत पाण्डे
Kavita Kosh से
आपका समय षुरू होता है अब-
अब यानी- एक उत्तर
अब यानी- एक समय
समय जो शुरू हुआ है अब
नहीं जिस में कहीं भी
एक बीता हुआ पल
बीती रही उम्र, स्मृतियां
सब- कुछ अबः
अब यानी एक नई दुनिया
अब यानी एक नया जन्म
अब यानी एक नई चकाचौंध
अब यानी एक नई कौंध
अब यानी एक नया तिलिस्म
एक नया धमाका
एक नया डॉन
एक नया अभियान
एक नया युद्ध
एक नया मौन
मौन अर्थात् एक उत्तरविहीन प्रष्न
मौन अर्थात् एक प्रष्नविहीन उत्तर
जिस में शुरू होता है एक नया समय
एक नए ‘आप’ के लिए
अनंत समय
अनंत अब
और अनंत ‘आप’