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इनाम / ॠतुप्रिया
Kavita Kosh से
माणस
टाबर
सासु-सुसरौ
देवर-जठ
नणद-नणदोई
जेठूता-नाणदा
सगळां नै
परोटै बीनणी
घर संभाळती
उळझती -भाजती
जावै ड्यूटी माथै
दोलड़ै काम में
बिताद्यै जिनगी
कित्तो करै काम
पण
इण नै
कुण दयै इनाम।