भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
इस समय / निशांत
Kavita Kosh से
बाज के डैने पर सफेदी पुती है!
गौरैया अंडे देना बंद कर रही है!
हवाई जहाज में
टावर नहीं पकड़ रहा है मोबाइल का!
कंप्यूटर से एक जानवर निकलता
और ठप्पा लगाकर वापस चला जाता कंप्यूटर में
दो आँखों की बीच वाली जगह में!
पृथ्वी, तलाश रही है
थोड़ी-सी जमीन
बैठकर सुस्ताने के लिए.