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उभय तर्क / कैलाश वाजपेयी
Kavita Kosh से
कमज़ोर होने
का एक ही लाभ है
मार खूब खाने को
मिलती है
देखा नहीं सूखी
घास को
कितने धड़ल्ले
से जलती है.