भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
करखाही हांडी जैसा /नचिकेता
Kavita Kosh से
करखाही हांडी हैसा
हम कोने में धर दिए गए।
सींढ़ लगी कुठिला में
गेहूँ का
हर दाना बीझ गया
ज़्यादा मुँह आने के कारण
पूरा तालू
सीझ गया
नामिक ख़तरों के तिलस्म में
गायब हम कर दिए गए।
लहूलुहान सदी के
सिरहाने
फन काढ़े हैं गेहुँअन
पटेंटों की भेंट चढ़े
सावन, भादों, कातिक,अगहन
और मिलावट से
रोटी के सही स्वाद हर लिए गए।
सरपत की झलास में
घुसने के कारण है
भाँप लगी
तसले का ढक्कन
उघारने में
अदहन की भाप लगी
और फफोलों में
मिरचाई के चूरन भर दिए गए।