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कसौटी / कन्हैया लाल सेठिया

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बदल्यां बिनां
आप नै
चावै
सुधारणो
समाज नै
राज नै ?

कस
पैली
‘मैं’ नै,
जे उतरै
सो टंच
खरो
समझ लै
हुगी
सरू
शोधन री
किरिया !