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कोशिश / रमेश कौशिक

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समय की स्लेट
और पानी की प्लेट पर
कितना ही लिखो
कुछ भी नहीं रहता
बचपन से जानता हूँ
लेकिन आज भी कोशिश में लगा हूँ।